
बिना जांच किया गिरफ्तार 8 युवकों को अपहरणकर्ता बता दिया और भेज दिया जेल
पटना, (खौफ 24) पत्रकार नगर अपनी बकाया पैसा की मांग करने पहुंचे 8 युवकों को पुलिस ने अपहरणकर्ता समझा एक युवक के आरोप पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार युवकों द्वारा पुलिस के समक्ष बार-बार खुद को निर्दोष बताने के बावजूद भी पुलिस ने उनकी एक न सुनी और अपहरण के आरोप में आठ युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दी है। अब पुलिस आगे की छानबीन की बात कर रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पटना सदर एएसपी स्वीटी शेरावत ने भी इस मामले में बिना जांच किया गिरफ्तार 8 युवकों को अपहरणकर्ता बता दिया। जब परिवार के लोग रविवार को पटना के पत्रकार नगर पहुंचे, तो थाना प्रभारी से बार-बार आग्रह के बाद भी थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि अब यहां से कुछ भी नहीं हो सकता है। वह न्यायालय में जाकर गुहार लगाई।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए गोपालगंज निवासी जनार्दन राम ने बताया कि लगभग दो वर्ष पूर्व गोपालगंज के एक दर्जन लड़कों ने झारखंड में वन विभाग की नौकरी के लिए गोपालगंज के निवासी संजय राम को प्रति युवक 8 से 10 लाख रुपए दिए थे। पैसा लेने के बावजूद भी संजय राम के द्वारा उन युवकों को आज तक नौकरी नहीं दी। इसके बाद युवकों ने संजय राम से अपने बकाए पैसे की राशि मांगनी शुरू कर दी। इस पर संजय राम पहले तो कई महीनो तक टहलाता रहा। इसके बाद शनिवार को सभी लड़कों को पटना अपने एक कार्यालय में पैसा देने की बात कह कर बुलाया। बताया जा रहा है कि जैसे ही सभी युवक पटना उनके कार्यालय पहुंचे, तो संजय राम ने पुलिस को फोन कर यह बताया कि आठ लड़कों के द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया है।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आठ लड़कों को गिरफ्तार कर थाना लाई और संजय राम को उन युवकों से छुड़वाया। इस मामले को लेकर पटना सदर एएसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि शनिवार को पत्रकार नगर थाना को सूचना मिली थी कि 8 युवकों द्वारा बड़ी गाड़ी से एक संजय नाम के युवक का अपहरण कर लिया गया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने 8 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। सदर एएसपी ने इस मामले में संजय राम नाम के युवक का अपहरण कर लेने की बात बताई है। जबकि गिरफ्तार युवकों के परिजनों का कहना है कि संजय राम के द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर सभी युवकों से ऑनलाइन और नगद प्रति युवक ₹800000 लिए गए हैं और पैसा मांगने पर उन्होंने पुलिस में झूठा आरोप लगाकर सभी को फंसाने का काम किया है। परिजनों ने बताया कि जब वह पत्रकार नगर थाना इस मामले की सूचना देंगे देने पहुंचे तो थाना द्वारा यह कहकर उन्हें थाना से वापस कर दिया गया कि आप लोग का मामला अब यहां दर्ज नहीं हो सकता है।